मैक्सिमम ड्रॉडाउन

पोर्टफोलियो के सबसे गहरे गिरावट चरण को कैसे मापा और व्याख्यायित किया जाता है।

सोमवार, 18 अप्रैल 2022

मैक्सिमम ड्रॉडाउन

ड्रॉडाउन क्या है?

ड्रॉडाउन किसी समयावधि के भीतर पोर्टफोलियो के शिखर (peak) से तल (trough) तक की प्रतिशत गिरावट है। यह बताता है कि रिटर्न गिरने पर निवेशक को कितनी “पीड़ा” झेलनी पड़ी।

मैक्सिमम ड्रॉडाउन (MDD)

पूरी अवधि में दर्ज सभी ड्रॉडाउन में से सबसे बड़ा गिरावट वाला बिंदु MDD कहलाता है।

$MDD = \frac{Trough\ Value - Peak\ Value}{Peak\ Value}$

यह मान हमेशा नकारात्मक (या शून्य) होता है। उदाहरण: 100 से 60 तक गिरावट = -40% MDD।

क्यों महत्त्वपूर्ण है

  • जोखिम सहनशक्ति (risk tolerance) समझने के लिये अनिवार्य।
  • पोर्टफोलियो की रिकवरी स्ट्रैटेजी और कैश रिज़र्व प्लानिंग में मदद।
  • हेज फंड/मैनियज्ड अकाउंट रिपोर्टिंग के लिये नियामकीय रूप से आवश्यक मीट्रिक।

सीमाएँ

MDD केवल सबसे खराब घटना पर फोकस करता है, यह नहीं बताता कि गिरावट कितनी बार हुई या रिकवरी में कितना समय लगा। इसलिए इसे अन्य संकेतकों जैसे रिकवरी फ़ैक्टर, अल्सर इंडेक्स या शार्प अनुपात के साथ पढ़ना चाहिए।

निवेशक को यह देखना चाहिये कि MDD उसकी मनोवैज्ञानिक सीमा और नकदी प्रवाह की जरूरतों के अनुरूप है या नहीं। गहरा ड्रॉडाउन अच्छी नींद छीन सकता है, भले ही दीर्घकालिक CAGR आकर्षक हो।